दुनियां का ये नज़र का चश्मा, थोड़ा सा मैं हटाना चाहूं ! दुनियां का ये नज़र का चश्मा, थोड़ा सा मैं हटाना चाहूं !
मेरी बेरुख़ी और ओढ़ी हुई व्यस्तता के बीचउपेक्षा की यंत्रणा भरी धीमी -- धीमी मौत मर रहे थे. मेरी बेरुख़ी और ओढ़ी हुई व्यस्तता के बीचउपेक्षा की यंत्रणा भरी धीमी -- धीमी मौत म...
मां बोली कैसे इस ग़रीबी में, मेरे बच्चे के सपने बिखर गए। मां बोली कैसे इस ग़रीबी में, मेरे बच्चे के सपने बिखर गए।
अमीरों से अपनी बनती नहीं है गरीब ही मुझे दुलारे लगते है एक तरफ कुत्तो को पालना अमीरों से अपनी बनती नहीं है गरीब ही मुझे दुलारे लगते है एक तरफ कुत्तो को...
पूछो जरा उन मिडिल क्लास लोगो से जिनका बजट गड़बड़ा जाता है महंगाई की वजह से अमीरों को कुछ फर्क नही पड़... पूछो जरा उन मिडिल क्लास लोगो से जिनका बजट गड़बड़ा जाता है महंगाई की वजह से अमीरो...
हम गलियों के बाशिऩदे, पहचान फ़कीरी बसती है आँखों में, हमदर्दी की अमीरी हम गलियों के बाशिऩदे, पहचान फ़कीरी बसती है आँखों में, हमदर्दी की अमीरी